सासु मोरा मारे रामा बांस के छिऊँकिया
ए ननदिया मोरी रे सुसुकत पनिया के जाय।
हाथवा में लिहली ननदो सोने के घरिलवा
ए ननदिया मोरी रे चलि इभली जमुना किनार।
गंगा रे जमुनवाँ के चिकनी डगरिया
ए ननदिया मोरी रे पउआँ धरत बिछलाय।
छोटे-मोटे पातर पियवा हँस के ना बोले
ए ननदिया मोरीरे से से हो पियवा कहीं चली जाय।
छोटे-मोटे जामुन गछिया फरे ना फुलाय
ए ननदिया मोरी रे से हो गछिया सूखियो ना जाय।
गावत महेन्दर मिसिर इहो रे पुरूबिया
ए ननदिया मोरी रे पिया बिनु रहलो ना जाय।

By shayar

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