मैं अपने हाल से खु़द बेख़बर हूँ।
तुम्हारी कमनिगही का गिला क्या॥
दुआ दिल से जो निकले कारगर हो।
यहाँ दिल ही नहीं दिल से दुआ क्या॥
मैं अपने हाल से खु़द बेख़बर हूँ।
तुम्हारी कमनिगही का गिला क्या॥
दुआ दिल से जो निकले कारगर हो।
यहाँ दिल ही नहीं दिल से दुआ क्या॥