मेरे मन का भार प्यार से
कैसे तोल सकोगे?
आज मौन का पट प्यारे!
तुम कैसे खोल सकोगे?
हिय-हारक मृदुहीर-हार पर
लुटते लाख-हजार!
किस कीमत पर इन टुकड़ों को
तुम ले मोल सकोगे?
टुक रो देना अरे निर्दयी!
टुक रो देना उर को थाम!
हाय! यही होगा छोटे-से
इस सौदे का सच्चा दाम!