मिले जो यार तो इतना सनेस कह देना।
अपने बीमार का अब भी तो खबर ले लेना।

नीमजां छोड़ मुझे क्यों न याद करते हो,
इम होठों पर है ए भी खयाल कर देना।

दर्द दिल में हो रहा कजाँ की इंतजारी है
अब तो जाते हैं दीदारे यार कर लेना।

अब तो महेन्द्र सांस भी रूक-रूक के आती है,
आखरी वक्त है साहब सलाम कर लेना।

By shayar

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