न देखो पीछे आगे बढ़ने वालों का समाँ देखो
गुबारे कारवाँ देखो

किसानों और मज़दूरों की अब ताबो तवाँ  देखो
गुजश्ता  कल को छोड़ो आज का हिन्दोस्ताँ देखो

निगाहे गरम  से मुझको न मेरे मेहरबाँ देखो
यहाँ मैं देख लूँगा तुम जहाँ के हो वहाँ देखो

बुरी नीयत से मेरी सरहदों को देखने वालो
तुम्हें मेरे जहाँ से क्या गरज आना जहाँ देखो

ये दोनों काम मिल कर बाँट लें आपस में हम दोनों
जमीं कीहम निगहबानी करें तुम आसमाँ देखो

बचाया मादरे हिन्दोस्ताँ को किस करीने से
जहाँ वालो कमाले दुख्तरे हिन्दोस्ताँ देखो

है लुत्फे दास्ताँ लेना तो मेरा मशविरा ले लो
जरा उनवान पहले देख लो तब दास्ताँ देखो

जमीं से आसमाँ तक आज अपनी भी रसाई है
फज़ाओं में खलाओं में  जहाँ चाहो वहाँ देखो

जहाँ हिम्मत शिकन  मायूसियाँ छायी थी इन्साँ पर
वहाँ अँगड़ाइयाँ लेता हुआ अज्में जवाँ देखो

वो सड़कें जिने पे कल खंजर बकफ खतरे टहलते थे
उन्हीं सड़को पर अब चल कर हुजूमें मह्वे शाँ देखो

’नजीर’ अपना तअल्लुक इत्तिहादे बाहमी से है
हमें क्या देखते हो तुम हमारा कारवाँ देखो

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