दंडी यात्रा
नोना लागी गांधी जेल गेल सखी, नोना लागी
आगु गांधी दंडीधारी पीछु-पछु नर-नारी
भारत माताक जय करी देल
भात रोटी आर तियन नोना बिना सूना
से नोना विदेशी लाय गेल
घेरी लेल लाठीधारी भुइयाँ पड़े नर-नारी
लहू से धरती भरी गेल
भवप्रीता कहे सार, देशें भेल हाहाकार
हरि जे विपत्ति हरि लेल।