जवाबे-तल्ख़ में शामिल मलामत और हो जाती
जहाँ सब कुछ हुआ इतनी इनायत और हो जाती
नहीं गो फ़र्क़ कुछ घर और मैख़ाने में ऐ वाइज़
वहां पीते तो साक़ी की ज़ियारत और हो जाती
ख़ताएं मान लीं मैंने यह अच्छा किया वर्ना
पशेमानी से बचने की नदामत और हो जाती
जवाबे-तल्ख़ में शामिल मलामत और हो जाती
जहाँ सब कुछ हुआ इतनी इनायत और हो जाती
नहीं गो फ़र्क़ कुछ घर और मैख़ाने में ऐ वाइज़
वहां पीते तो साक़ी की ज़ियारत और हो जाती
ख़ताएं मान लीं मैंने यह अच्छा किया वर्ना
पशेमानी से बचने की नदामत और हो जाती