ए जी, लाली पलंग जवांदानी तकिया।
करवा फेरीं ना बलमुजी हमारी ओरिया।
ए जी, आमवाँ महुअवा के झूमे डढ़िया।
तनी ताकीं ना बलमुजी हमारी ओरिया।
आमवाँ मोजरि गइलें महुआ कोंचियाई गइलें
ए जी, रसवा से भरली सगरी डढ़िया। तानी।
कोइली के बोली सुनी मन बउराई गइलें।
ए जी, ना अइलें हमरो बलमु रसिया। तानी।
महुआ बीनन गइनीं ओही महुआ बगिया।
ए जी, रहिया जे छेंकेला देवर पपिया। तनी।
कइसे के फेरीं हो तोहारी ओरिया।
तोहरा हारवा के मीनावाँ गरेला छतिया।
कहत महेन्दर हो मिलन के रतिया।
बिहने जइबऽ कालकातवा फाटेला छतिया।

By shayar

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