उसी अदा से उसी बाँकपन के साथ आओ
फिर एक बार उसी अंजुमन के साथ आओ ।

हम अपने एक दिल-ए-बेख़ता के साथ आएँ
तुम अपने महशरे दारो रसन के साथ आओ ।

By shayar

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