ये बाबूजी की पुस्तक हैं
इनको यहाँ कौन लाया
कहकर अम्मा ने बच्चों को
नकली गुस्सा दिखलाया
मुनिया छिपी मेज के नीचे
माधव पर रह गया खड़ा
नकली डर दिखलाया उसने
था वह भी चालाक बड़ा
बच्चों को यों डरा देखकर
माँ ने उनसे मेल किया
चुपके से तब मुनिया बोली
कैसा अच्छा खेल किया