गर्मी जो आयी
तो लाई लपट लू
जल उठा भड़भूजे का भाड़
उसने भी लाई की ,
– कि शुरू भुनाई।
इतनी भुनाई की , इतनी भुनाई,
कि लाई कड़ कड़ाई जैसे हाड़
प्यास लगी पानी पिया
उसको पसीना हुआ
इतना पसीना हुआ इतना पसीना
कि लाई उतराई जैसे माड़।
गर्मी जो आयी
तो लाई लपट लू
जल उठा भड़भूजे का भाड़
उसने भी लाई की ,
– कि शुरू भुनाई।
इतनी भुनाई की , इतनी भुनाई,
कि लाई कड़ कड़ाई जैसे हाड़
प्यास लगी पानी पिया
उसको पसीना हुआ
इतना पसीना हुआ इतना पसीना
कि लाई उतराई जैसे माड़।