जाने किस जीवन की सुधि ले
जाने किस जीवन की सुधि ले लहराती आती मधु-बयार! रंजित कर ले यह शिथिल चरण,…
Read Moreजाने किस जीवन की सुधि ले लहराती आती मधु-बयार! रंजित कर ले यह शिथिल चरण,…
Read Moreअश्रु मेरे माँगने जब नींद में वह पास आया! अश्रु मेरे माँगने जब नींद में…
Read Moreरागभीनी तू सजनि निश्वास भी तेरे रँगीले! लोचनों में क्या मदिर नव? देख जिसकी नीड़…
Read Moreप्रिय मेरे गीले नयन बनेंगे आरती! श्वासों में सपने कर गुम्फित, बन्दनवार वेदना- चर्चित, भर…
Read Moreक्या न तुमने दीप बाला? क्या न इसके शीन अधरों- से लगाई अमर ज्वाला? अगम…
Read Moreउर तिमिरमय घर तिमिरमय चल सजनि दीपक बार ले! राह में रो रो गये हैं…
Read Moreप्रिय ! सान्ध्य गगन मेरा जीवन! यह क्षितिज बना धुँधला विराग, नव अरुण अरुण मेरा…
Read Moreदीपक में पतंग जलता क्यों? प्रिय की आभा में जीता फिर दूरी का अभिनय करता…
Read Moreतेरी सुधि बिन क्षण क्षण सूना। कम्पित कम्पित, पुलकित पुलकित, परछाईं मेरी से चित्रित, रहने…
Read Moreपथ देख बिता दी रैन मैं प्रिय पहचानी नहीं! तम ने धोया नभ-पंथ सुवासित हिमजल…
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