न ज़िन्दगी ही में मिल सकी है न मर्ग पर ही खुशी मिलेगी
न ज़िन्दगी ही में मिल सकी है न मर्ग पर ही खुशी मिलेगी मिली है…
Read Moreन ज़िन्दगी ही में मिल सकी है न मर्ग पर ही खुशी मिलेगी मिली है…
Read Moreन ज़िन्दगी ही में मिल सकी है न मर्ग पर ही खुशी मिलेगी मिली है…
Read Moreलुत्फ़ ख़ुदी यही है कि शान-ए-बक़ा रहूँ इंसान के लिबास में बन कर ख़ुदा रहूँ।…
Read Moreलुत्फ़ ख़ुदी यही है कि शान-ए-बक़ा रहूँ इंसान के लिबास में बन कर ख़ुदा रहूँ।…
Read Moreइश्क़ में आती है मंज़िल एक और मांगता हज हुस्न जब दिल एक और ये…
Read Moreकभी बर्बाद होता है कभी आबाद होता है शबे-फुरकत यही शग्ले-दिले-नाशाद होता है नहीं है…
Read Moreकभी बर्बाद होता है कभी आबाद होता है शबे-फुरकत यही शग्ले-दिले-नाशाद होता है नहीं है…
Read Moreकभी उल्फ़त का किस्सा खोल कर कहना ही पड़ता है बड़ा मुश्किल है गो कहना…
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Read Moreमैं तेरी खोज में अल्लाह के घर तक पहुंचा लेकिन अब तक न क़दम खत्मे-सफ़र…
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