मेरा नया बचपन
बार-बार आती है मुझको मधुर याद बचपन तेरी। गया ले गया तू जीवन की सबसे…
Read Moreबार-बार आती है मुझको मधुर याद बचपन तेरी। गया ले गया तू जीवन की सबसे…
Read Moreवीणा बज-सी उठी, खुल गए नेत्र और कुछ आया ध्यान। मुड़ने की थी देर, दिख…
Read Moreयह मुरझाया हुआ फूल है, इसका हृदय दुखाना मत। स्वयं बिखरने वाली इसकी पंखड़ियाँ बिखराना…
Read Moreरीती होती जाती थी जीवन की मधुमय प्याली। फीकी पड़ती जाती थी मेरे यौवन की…
Read Moreभैया कृष्ण! भेजती हूँ मैं राखी अपनी, यह लो आज। कई बार जिसको भेजा है…
Read Moreकृष्ण-मंदिर में प्यारे बंधु पधारो निर्भयता के साथ। तुम्हारे मस्तक पर हो सदा कृष्ण का…
Read Moreयह मेरी गोदी की शोभा, सुख सोहाग की है लाली. शाही शान भिखारन की है,…
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