स्वदेश के प्रति
आ, स्वतंत्र प्यारे स्वदेश आ, स्वागत करती हूँ तेरा। तुझे देखकर आज हो रहा, दूना…
Read Moreआ, स्वतंत्र प्यारे स्वदेश आ, स्वागत करती हूँ तेरा। तुझे देखकर आज हो रहा, दूना…
Read Moreहे काले-काले बादल, ठहरो, तुम बरस न जाना। मेरी दुखिया आँखों से, देखो मत होड़…
Read Moreसभा सभा का खेल आज हम खेलेंगे जीजी आओ, मैं गाधी जी, छोटे नेहरू तुम…
Read Moreसोया था संयोग उसे किस लिए जगाने आए हो? क्या मेरे अधीर यौवन की प्यास…
Read Moreआ रही हिमालय से पुकार है उदधि गरजता बार बार प्राची पश्चिम भू नभ अपार;…
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