ये क्या जाने में जाना है, जाते हो ख़फ़ा होकर|
ये क्या जाने में जाना है, जाते हो ख़फ़ा होकर| मैं तब जानू मेरे दिल…
Read Moreये क्या जाने में जाना है, जाते हो ख़फ़ा होकर| मैं तब जानू मेरे दिल…
Read Moreनसीम-ए-सुबह गुलशन में गुलों से खेलती होगी| किसी की आख़िरी हिचकी किसी की दिल्लगी होगी|…
Read More