वो खुद सर से क़दम तक डूब जाते हैं पसीने में।
वो खुद सर से क़दम तक डूब जाते हैं पसीने में। मेरी महफ़िल में जो…
Read Moreवो खुद सर से क़दम तक डूब जाते हैं पसीने में। मेरी महफ़िल में जो…
Read Moreतालिबे-दीद पर आँच आए यह मंज़ूर नहीं। दिल में है वरना वो बिजली जो सरे-तूर…
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