भूल
भूल जो करता नहीं कोई, असल में, देवता है, वह न कोई काम करता है।…
Read Moreदर्द को तुम फेन की धारा बनाओ। फेन तो बह जाएगा; नीर निर्मल सिन्धु में…
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Read Moreआँख मूँद कर छूता हूँ जब शिला-खण्ड को, मन कहता है आप ही आप, यह…
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