राम, तुम्हारा नाम
राम, तुम्हारा नाम कंठ में रहे, हृदय, जो कुछ भेजो, वह सहे, दुख से त्राण…
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Read Moreमैंने अपने आपको क्षमा कर दिया है। बन्धु, तुम भी मुझे क्षमा करो। मुमकिन है,…
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Read More(१) छिपा दिया है राजनीति ने बापू! तुमको, लोग समझते यही कि तुम चरखा-तकली हो।…
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