देखती आँखों ने देखा है शबिस्तानों में
देखती आँखों ने देखा है शबिस्तानों में जज़्बा मरने का अभी ज़िंदा है परवानों में…
Read Moreदेखती आँखों ने देखा है शबिस्तानों में जज़्बा मरने का अभी ज़िंदा है परवानों में…
Read Moreपैदलों में हम न असवारों में हैं ख़ार तिरी राह-गुज़ारों में हैं उड़ता है अग़यार…
Read Moreज़बाने बे-ज़बानी से हदीसे-ग़म भी कहते हैं सुनो ऐ सुनने वालों हां सुनो कुछ हम…
Read Moreउन से उम्मीदे-करम रख ऐ दिले-नाशाद कम इश्क़ में होती है ममनूने-असर फ़रयाद कम जिस…
Read Moreपामाले-आसमां हूँ कि उठते नहीं क़दम मरदूदे-कारवां हूँ कि उठते नहीं क़दम या चैन से…
Read Moreकूए-अदू में रखिये ज़रा होशे-नक़्शे-पा हो जाएं नक़्शे-पा न हम-आगोशे नक़्शे-पा रहता है आप का…
Read Moreचली तफरीक़ की ऐसी हवा रंगे चमन बिगड़ा फज़ाए सब्ज़ा बिगड़ी मंज़िरे-सर्वो-समन बिगड़ा गुलों पर…
Read Moreहोती अयाँ विसाल में क्या उस निगार पर गुज़री फ़िराक़ में जो दिले- बे-क़रार पर…
Read Moreदिल कमाले-शौक़ से है बे-क़रार इत्तिहाद चश्मे-मुज़्तर है रहीने-इंतज़ारे-इत्तिहाद देख कर चारों तरफ बे-एतिमादी की…
Read Moreयह तू ने क्या सितम ऐ चश्मे-अश्कबार किया कि उनके सामने राज़े-दिल आशकार किया वफूरे-यास…
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