न देखा जायेगा क्या बेबसी में जान पर मुझ से
न देखा जायेगा क्या बेबसी में जान पर मुझ से ज़रा भी है अगर दिल…
Read Moreन देखा जायेगा क्या बेबसी में जान पर मुझ से ज़रा भी है अगर दिल…
Read Moreबड़ा बे-दाद-गर वो मह-जबीं है मगर इतना नहीं जितना हसीं है तबस्सुम-पाशियाँ अग़्यार पर हैं…
Read Moreनालों में है असर मगर फ़र्क़ असर असर में है नींद वहां है चैन की…
Read Moreदयार-ए-हुस्न में पाबंदी-ए-रस्म-ए-वफ़ा कम है बहुत कम है बहुत कम है ब-हद्द-ए-इंतिहा कम है जफ़ा-ए-बे-सबब…
Read Moreआंख से देखा है क्या कुछ बयां क्या कीजिए इक जहां को दरपऐ-आज़ारे जां क्या…
Read Moreग़रीबों कप बर्बाद करते रहे यही ये परी-ज़ाद करते रहे न देखा सितम-गर ने मुंह…
Read Moreगया तौबा का मौसम जोशे-मस्ती की बाहर आई घटा बनकर नवेदे-रहमते-परवरदिगार आई मिरे ज़ौक़े-खलिश की…
Read Moreचंगो-रबाब से न मये-ख़ुशगवार से लुत्फ़े-बहार है उसी जाने बहार से हंगामे-सैर चलते हो बच…
Read Moreखाते हैं वो ग़ैरों की क़सम और ज़ियादा मज़बूर हुए जाते हैं हम और ज़ियादा…
Read Moreतुम्हारी निगह दिल को बहला गई इशारों इशारों में समझा गई गिरीं बिजलियों खिरमने-सब्र पर…
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