हे पिंजरे के मैना भजन कर राम के।
हे पिंजरे के मैना भजन कर राम के। हार मांस के देह बनल बा आज…
Read Moreहे पिंजरे के मैना भजन कर राम के। हार मांस के देह बनल बा आज…
Read Moreखेलइत रहलीं हम सुपुली मउनियाँ ए ननदिया मोरी है, आई गइलें डोलिया कहाँर। बाबा मोरा…
Read Moreकइसे जाईं ससुरारी। खेलत मैं रहनी हो सिपुली मउनिया से आई गइले गवना के नियारी…
Read Moreपढ़े छवो शास्त्र ओ अठारहो पुरान देखे वेदों को भी आदि से अंत तक छाना…
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