औरत
है तेरे जल्वा-ए-रंगी से उजाली दुनिया तुझसे आबाद है शाइर की ख़याली दुनिया नग़्म:-ए-रूहे अमल,…
Read Moreहै तेरे जल्वा-ए-रंगी से उजाली दुनिया तुझसे आबाद है शाइर की ख़याली दुनिया नग़्म:-ए-रूहे अमल,…
Read Moreदेख के कर्रोफ़र दौलत की तेरा जी ललचाय सूँघ के मुश्की ज़ुल्फ़ों की बू नींद-सी…
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