होता तो वही जो कुछ क़िस्मत में लिखा होता
होता तो वही जो कुछ क़िस्मत में लिखा होता तदबीर अगर करता कुछ रंज सिवा…
Read Moreहोता तो वही जो कुछ क़िस्मत में लिखा होता तदबीर अगर करता कुछ रंज सिवा…
Read Moreगुल-ए-वीराना हूँ कोई नहीं है क़द्र-दाँ मेरा तू ही देख ऐ मेरे ख़ल्लाक हुस्न-ए-राएगाँ मेरा…
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