तेरी कंचन सी काया पल में ढल जाय।
तेरी कंचन सी काया पल में ढल जाय। बालक युवा जरठ पन बीते, अंत समय…
Read Moreतेरी कंचन सी काया पल में ढल जाय। बालक युवा जरठ पन बीते, अंत समय…
Read Moreतेरी कंचन सी काया पल में ढल जाय। बालक युवा जरठ पन बीते, अंत समय…
Read Moreतेरी कंचन सी काया पल में ढल जाय। बालक युवा जरठ पन बीते, अंत समय…
Read Moreजो करुणाकर तुम्हारा ब्रज में फिर अवतार हो जाए। तो भक्तों का चमन उजड़ा हुआ…
Read Moreजो करुणाकर तुम्हारा ब्रज में फिर अवतार हो जाए। तो भक्तों का चमन उजड़ा हुआ…
Read Moreजो करुणाकर तुम्हारा ब्रज में फिर अवतार हो जाए। तो भक्तों का चमन उजड़ा हुआ…
Read Moreक्या ही मजे से बजती है घनश्याम की बंसी। मोहन बजा दो फिर वही विश्राम…
Read Moreक्या ही मजे से बजती है घनश्याम की बंसी। मोहन बजा दो फिर वही विश्राम…
Read Moreक्या ही मजे से बजती है घनश्याम की बंसी। मोहन बजा दो फिर वही विश्राम…
Read Moreमिलूँ गर मेरे मन से मन, मिलते हो मदनमोहन, जिऊँ गर जान ख़ुद बनकर जिलाते…
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