रे मुसाफिर जग जंजाल के बीच भटक रहा है,
रे मुसाफिर जग जंजाल के बीच भटक रहा है, स्वांस रत्न भरके इस तन में…
Read Moreरे मुसाफिर जग जंजाल के बीच भटक रहा है, स्वांस रत्न भरके इस तन में…
Read Moreमैं घनश्याम को देखता जा रहा हूँ। उसी झलक पर खिंचा जा रहा हूँ॥ लुटाता…
Read Moreमैं घनश्याम को देखता जा रहा हूँ। उसी झलक पर खिंचा जा रहा हूँ॥ लुटाता…
Read Moreमैं घनश्याम को देखता जा रहा हूँ। उसी झलक पर खिंचा जा रहा हूँ॥ लुटाता…
Read Moreये अर्ज साँवले सरकार हम सुनते हैं। कि नैन आपके दीनों पै जुल्म ढाते हैं॥…
Read Moreये अर्ज साँवले सरकार हम सुनते हैं। कि नैन आपके दीनों पै जुल्म ढाते हैं॥…
Read Moreये अर्ज साँवले सरकार हम सुनते हैं। कि नैन आपके दीनों पै जुल्म ढाते हैं॥…
Read Moreमेरा यार यशोदा-कुँवर हो चुका है। वो दिल पी चुका है जिगर पी चुका है।…
Read Moreमेरा यार यशोदा-कुँवर हो चुका है। वो दिल पी चुका है जिगर पी चुका है।…
Read Moreमेरा यार यशोदा-कुँवर हो चुका है। वो दिल पी चुका है जिगर पी चुका है।…
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