रे मन! ये दो दिन का मेला रहेगा।
रे मन! ये दो दिन का मेला रहेगा। कायम न जग का झमेला रहेगा॥ किस…
Read Moreरे मन! ये दो दिन का मेला रहेगा। कायम न जग का झमेला रहेगा॥ किस…
Read Moreरे मन! ये दो दिन का मेला रहेगा। कायम न जग का झमेला रहेगा॥ किस…
Read Moreरे मन! ये दो दिन का मेला रहेगा। कायम न जग का झमेला रहेगा॥ किस…
Read Moreहमारे मन हरी सुमिरन धन भावे, मन में बंद कारे तो उसको देख न पावे।…
Read Moreहमारे मन हरी सुमिरन धन भावे, मन में बंद कारे तो उसको देख न पावे।…
Read Moreहमारे मन हरी सुमिरन धन भावे, मन में बंद कारे तो उसको देख न पावे।…
Read Moreअफ़सोस मूढ़ मन तू मुद्दत से सो रहा है, सोचा न यह कि घर में…
Read Moreअफ़सोस मूढ़ मन तू मुद्दत से सो रहा है, सोचा न यह कि घर में…
Read Moreअफ़सोस मूढ़ मन तू मुद्दत से सो रहा है, सोचा न यह कि घर में…
Read Moreअब तो सुन लो पुकार ब्रज बसैया कन्हैया मेरे। हजारों अर्जियां दरख्वास्त पेश कर दी…
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