डरते-डरते दमे-सहर से,
डरते-डरते दमे-सहर से, तारे कहने लगे क़मर से । नज़्ज़ारे रहे वही फ़लक पर, हम…
Read Moreडरते-डरते दमे-सहर से, तारे कहने लगे क़मर से । नज़्ज़ारे रहे वही फ़लक पर, हम…
Read Moreतस्कीन न हो जिस से वो राज़ बदल डालो जो राज़ न रख पाए हमराज़…
Read Moreसारे जहाँ से अच्छा हिन्दोसिताँ हमारा हम बुलबुलें हैं इसकी यह गुलसिताँ हमारा ग़ुर्बत में…
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