मरता भला है ज़ब्त की ताक़त अगर न हो
मरता भला है ज़ब्त की ताक़त अगर न हो कितना ही दर्द-ए-दिल हो मगर चश्म-ए-तर…
Read Moreमरता भला है ज़ब्त की ताक़त अगर न हो कितना ही दर्द-ए-दिल हो मगर चश्म-ए-तर…
Read Moreदर्द को रहने भी दे दिल में दवा हो जाएगी मौत आएगी तो ऐ हमदम…
Read Moreचर्चा हमारा इश्क़ ने क्यूँ जा-ब-जा किया दिल उस को दे दिया तो भला क्या…
Read Moreज़िन्दगी में क्या मुझे मिलती बलाओं से नजात। जो दुआएँ कीं, वो सब तेरी निगहबाँ…
Read Moreनाज़ो-अदा की चोटें, सहना तो और शै है। ज़ख़्मों को देख लेता कोई, तो देखता…
Read Moreमेरी दास्ताने-ग़म को, वो ग़लत समझ रहे हैं। कुछ उन्हीं की बात बनती अगर एतबार…
Read Moreसैंकड़ों नाले करूँ लेकिन नतीजा भी तो हो। याद दिलवाऊँ किसे जब कोई भूला भी…
Read Moreमहशर में कोई पूछनेवाला तो मिल गया। रहमत बड़ी है मुझ को गुनहगार देखकर॥ उन…
Read Moreमेरी ज़बान उनके दहन में हो ऐ करीम! होना है फ़ैसला जो उन्हीं के बयान…
Read Moreआये हो वक़्ते-दफ़्न तो शाना हिला के जाओ। आँख उसकी लग गई है, जिसे इन्तेज़ार…
Read More