कभी न
कभी न रो रो आँख फुलाना, कभी न मन में क्रोध बढ़ाना। कभी न दिल…
Read Moreमैं जैसे सुख से रहता हूँ, वैसे रहें पड़ोसी जन। कोई अति धनवान नहीं हो,…
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Read Moreमैं स्वतंत्र भारत का वासी, काम करूँगा सदा वही। जिससे सम्मानित हो जग में, यह…
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Read Moreसोच रहा हूँ क्या बन जाऊं तो अति आदर पाऊं। करूँ कौन सा काम कि…
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Read Moreहोऊंगा जब जरा बड़ा मैं। यों न रहूँगा कहीं खड़ा मैं।। खोलूँगा मैं एक दुकान।…
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