हिन्दू कुल का है सम्मान श्री गोविन्द और गौ से।
जब शुभ गति का है सामान श्री गोविन्द और गौ से।
गीता धर्म और शास्त्र की शान,
गीता वैदिक विमल विधान,
मन हो जाता तत्व स्थान,
श्री गोविन्द और गीता से।
पाठ गीता का सदा करना कुलोचित कर्म है,
शब्द गीता के सुमिरना ही सनातन धर्म है,
चित्त में श्री कृष्ण के सिद्धांत धरना चाहिए,
हिन्दुओं को नित्य गीता पाठ करना चाहिए।
मिले जिनको गीता ज्ञान,
उनका जब होता प्रस्थान,
पाते पद निर्वाण महान।
श्री गोविन्द और गीता से।
है वो हिन्दू जिसको जाति का अभिमान हो,
सर्वथा सदाचारों पर जिसका ध्यान हो,
वेद शास्त्र पुराण वचनों पर अटल विश्वास हो,
दास हो गोविन्द का और गीता की पुस्तक हाथ हो।
जो जन गाते गीता गान,
उनके ही आते भगवान।
मिलता अमृत ‘बिन्दु’ सा दान
श्री गोविन्द और गीता से।

By shayar

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *