एहसास का सवाल भी लो दूर हो गया
एहसास का सवाल भी लो दूर हो गया अब तर्क-ए-आरज़ू मेरा दस्तुर हो गया उठते…
Read Moreएहसास का सवाल भी लो दूर हो गया अब तर्क-ए-आरज़ू मेरा दस्तुर हो गया उठते…
Read Moreदौर आया है शादमानी का आओ मातम करें जवानी का दर्स-ए-इबरत नहीं है ऐ दुनिया…
Read Moreबे-रंग थे आरज़ू के ख़ाके वो देख रहे हैं मुस्कुरा के ये क्या है के…
Read Moreअब तो उकता ये गए बहार-ए-सफ़र हम भी चलें किस तरफ़ जाओगे अरबाब-ए-हुनर हम भी…
Read Moreआँख में आँसू गुम औसान इश्क़़ के मारो की पहचान इक अपने चुप रहने से…
Read Moreऐ इश्क़ कहीं ले चल, इस पाप की बस्ती से, नफ़रत-गहे-आलम से, लानत-गहे-हस्ती से, इन…
Read Moreदेखो ! वह कोई जोगन जँगल में गा रही है, मौसीक़-ए-हज़ीं के दरिया बहा रही…
Read More‘आह ! वो रातें, वो रातें याद आती हैं मुझे’ आह, ओ सलमा ! वो…
Read Moreमख़्मूर अपने दिल में, तकब्बुर न लाइए, दुनिया में हर उरूज का एक दिन ज़वाल…
Read Moreतमन्नाओं को ज़िन्दा आरज़ूओं को जवाँ कर लूँ ये शर्मीली नज़र कह दे तो कुछ…
Read More