कुछ शेर-1
(1) जिन्दगी कशमकशे-इश्क के आगाज का नाम, मौत अंजाम है इसी दर्द के अफसाने का।…
Read Moreआप अगर हमको मिल गये होते बाग़ में फूल खिल गये होते आप ने यूँ…
Read Moreअब दो आलम से सदा-ए-साज़ आती है मुझे दिल की आहट से तेरी आवाज़ आती…
Read Moreबातें तेरी वो वो फ़साने तेरे शगुफ़्ता शगुफ़्ता बहाने तेरे बस एक ज़ख़्म नज़्ज़ारा हिस्सा…
Read Moreसूरज की हर किरण तेरी सूरत पे वार दूँ दोज़ख़ को चाहता हूँ कि जन्नत…
Read Moreतेरे दर पे वो आ ही जाते हैं जिनिको पीने की आस हो साक़ी आज…
Read Moreऐ मैगुसारों सवेरे सवेरे बड़ी रोशनी बख़्शते हैं नज़र को ख़राबात के गिर्द फेरे पे…
Read Moreअपनी ज़ुल्फ़ों को सितारों के हवाले कर दो शहर-ए-गुल बादागुसारों के हवाले कर दो तल्ख़ि-ए-होश…
Read Moreसाग़र से लब लगा के बहुत ख़ुश है ज़िन्दगी सहन-ए-चमन में आके बहुत ख़ुश है…
Read Moreआप का घर है आया जाया करो मुस्कुराहट है हुस्न का ज़ेवर रूप बढ़ता है…
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