पुलिस-महिमा
पड़ा – पड़ा क्या कर रहा , रे मूरख नादान दर्पण रख कर सामने ,…
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Read Moreबटुकदत्त से कह रहे, लटुकदत्त आचार्य सुना? रूस में हो गई है हिंदी अनिवार्य है…
Read Moreजा दिन एक बारात को मिल्यौ निमंत्रण-पत्र फूले-फूले हम फिरें, यत्र-तत्र-सर्वत्र यत्र-तत्र-सर्वत्र, फरकती बोटी-बोटी बा…
Read Moreबड़ा भयंकर जीव है , इस जग में दामाद सास – ससुर को चूस कर,…
Read Moreपार्टी बंदी हों जहाँ , घुसे अखाड़ेबाज़ मक्खी , मच्छर , गंदगी का रहता हो…
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Read Moreनाम-रूप के भेद पर कभी किया है गौर? नाम मिला कुछ और तो, शक्ल-अक्ल कुछ…
Read Moreसीधी नजर हुयी तो सीट पर बिठा गए। टेढी हुयी तो कान पकड कर उठा…
Read Moreफादर ने बनवा दिये तीन कोट¸ छै पैंट¸ लल्लू मेरा बन गया कालिज स्टूडैंट। कालिज…
Read Moreमात शारदे नतमस्तक हो, काका कवि करता यह प्रेयर ऐसी भीषण चले चकल्लस, भागें श्रोता…
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