तेरी करुणा रोती
आह! कलेजे के कंपन में तेरी करुणा रोती! प्राणों की पीड़ा में छिप कर तेरी…
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Read Moreज्वालाओं में मुझे फेंक तू जांच कर रहा कैसी! हाय हरे! दारुण-नियन्त्रण देखी कहीं न…
Read Moreआशाओं के अंधकार में प्रबल-पवन न चलाया कर; और कामनाओं के चंचल दीपक को न…
Read Moreमादक है वसन्त का सौरभ मादक फूलों की मुस्कान! मादक है जीवन के नभ में…
Read Moreलोटूंगा उस निर्जन-पथ की धूलों में-सुख पाऊंगा; दीपक ले-पद-चिन्हों को खोजूंगा-अलख जगाऊंगा! मेरे जीवन के…
Read Moreयह विषाद-मदिरा है कितनी तीव्र! इसे जानेगा कौन? इस अशांत उर में है कितनी कसक!-इसे…
Read Moreअधर न आओ, तड़प रहा हूं ऐ अतीत की घड़ियां! इधर न आओ, छिन्न पड़ी…
Read Moreलिख दो, मेरे हृदय-पटल पर सूखी डालों का इतिहास! पतझड़! मेरे प्यारे पतझड़! लिख दो…
Read Moreमांगी तुझसे शांति वेदनाओं को ज़रा छिपाने को! कुचले हुये हृदय की शोणित- शोषक जलन…
Read Moreजलने दो जीवन को इस पर करुणा की छाया न करो! इन असंख्य-घावों पर नाहक…
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