मेरी ज़बान उनके दहन में हो ऐ करीम!
मेरी ज़बान उनके दहन में हो ऐ करीम! होना है फ़ैसला जो उन्हीं के बयान…
Read Moreमेरी ज़बान उनके दहन में हो ऐ करीम! होना है फ़ैसला जो उन्हीं के बयान…
Read Moreआये हो वक़्ते-दफ़्न तो शाना हिला के जाओ। आँख उसकी लग गई है, जिसे इन्तेज़ार…
Read Moreक़ैद करता मुझको लेकिन जब गुज़र जाती बहार। क्या बिगड़ जाता ज़रा-सी देर में सैयाद…
Read Moreइज़्ज़त से बज़्मे-गुल में रहा आशियाँ मेरा। तिनकों की क्या बिसात मगर नाम हो गया॥…
Read Moreमैं नहीं, लेकिन मेरा अफ़साना उनके दिल में है। जानता हूँ मैं कि किस रग…
Read Moreज़मानेवालों को पहचानने दिया न कभी। बदल-बदल के लिबास अपने इनक़लाब आया॥ सिवाय यास न…
Read Moreज़ोम न कीजो शम्अ-रू बज़्म के सोज़-ओ-सज़ा पर रखियो नज़र बाज-ए-नाज़-ख़ातिर-ए-पीर-ए-नाज़ पर ज़ेब नहीं है…
Read Moreउड़ा सकता नहीं कोई मिरे अंदाज़-ए-शेवन को ब-मुश्किल कुछ सिखाया है नवा-संजान-ए-गुलशन को गरेबाँ चाक…
Read Moreवफ़ा का बंदा हूँ उल्फ़त का पासदार हूँ मैं हरीफ़-ए-क़ुमरी-ओ-परवाना-ए-हज़ार हूँ मैं जुदा जुदा नज़र…
Read Moreसुना भी कभी माजरा दर्द-ओ-ग़म का किसी दिलजले की ज़बानी कहो तो निकल आएँ आँसू…
Read More