हे अंब जगदंब अवलंब तेरी।
हे अंब जगदंब अवलंब तेरी। काली महाकाली कंकाली बंगाली किरीट कुंडल वाली हरो कष्ट मेरो।…
Read Moreहे अंब जगदंब अवलंब तेरी। काली महाकाली कंकाली बंगाली किरीट कुंडल वाली हरो कष्ट मेरो।…
Read Moreबड़ा नीक लागऽ तारें भोला के बदनवाँ रे सखिया। कइसन बाजता बजनवाँ रे सखिया। आजु…
Read Moreहाथ जोड़ि पइयाँ पड़ी भइया हो सोनरवा से गहनवाँ बीचे ना। लिखदऽ हरिजी के नामवाँ…
Read Moreहे सिंहवासिनी देवी तुम पर लाखों परनाम। संकट हरनी तारन तरनी कुंउल झलके कान। कमल…
Read Moreकमहीं के बस में नीम रिसी गृहस्थी लिए, कमहीं के बस में इन्द्र कितने भग…
Read Moreभागे नेवतहरी वस्त्र छोड़ि-छोड़ि द्वारन पे, भूत-प्रेत देखि-देखि माई-बाप कीन्हों हैं। कोई गिरे खाढ़ी दाढ़ी…
Read Moreब्राह्मण तो पोथी लिए भागे जात खिड़की राह खींचतु है आह-आह करे आह प्राण को।…
Read Moreराम जी के विमुखी को सुखी कवन देखा कहीं, राम जी के विमुखी होत दुखी…
Read Moreऊँख में मधुराई जइसे सेंधे में है नमकापन, तील में है तेल वो शीतलता ओले…
Read Moreमीठे-मीठे चीख-चीख धरी थी बैर, हेर-हेर बेर-बेर माँगि-माँगि खाई है। बेर की मिठाई को सराहें…
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