मेरी निगाह में है मोजज़ात की दुनिया
मेरी निगाह में है हादिसात की दुनिया

तख़ैयुलात की दुनिया ग़रीब है लेकिन
ग़रीबतर है हयातो-मुमात  की दुनिया

अजब नहीं कि बदल दे तुझे निगाह तेरी
बुला रही है तुझे मुमकिनात की दुनिया

By shayar

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