जगजन मोहन संकटहारी
कृष्णमुरारी श्रीकृष्णमुरारी।
राम रचावत श्यामबिहारी
परम योगी प्रभू भवभय-हारी।।
गोपी-जन-रंजन ब्रज-भयहारी,
पुरुषोत्तम प्रभू गोलक-चारी।।
बंसी बजावत बन बन-चारी
त्रिभूवन-पालक भक्त-भिखारी,
राधाकान्त हरि शिखि-पाखाधारी
कमलापती जय गोपी मनहारी।।

By shayar

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *