क्या सिर्फ मुसलमानों के प्यारे हैं हुसैन,
चर्खे नौए बशर के तारे हैं हुसैन,
इंसान को बेदार तो हो लेने दो,
हर कौम पुकारेगी हमारे है हुसैन
क्या सिर्फ मुसलमानों के प्यारे हैं हुसैन,
चर्खे नौए बशर के तारे हैं हुसैन,
इंसान को बेदार तो हो लेने दो,
हर कौम पुकारेगी हमारे है हुसैन
क्या सिर्फ मुसलमानों के प्यारे हैं हुसैन,
चर्खे नौए बशर के तारे हैं हुसैन,
इंसान को बेदार तो हो लेने दो,
हर कौम पुकारेगी हमारे है हुसैन