जो दरे-हुस्न के फ़क़ीर हुए
दौलते-इश्क़ से अमीर हुए
सारे आलम में हो गए मशहूर
जो मुहब्बत के गोशःगीर हुए
आह इन ताइरों की ख़ुश फ़हमी
हो के आज़ाद जो आसीर हुए
जो दरे-हुस्न के फ़क़ीर हुए
दौलते-इश्क़ से अमीर हुए
सारे आलम में हो गए मशहूर
जो मुहब्बत के गोशःगीर हुए
आह इन ताइरों की ख़ुश फ़हमी
हो के आज़ाद जो आसीर हुए