यौवन
(१) वय की गभीरता से मिश्रित यौवन का आदर होता है, वार्द्धक्य शोभता वह जिसमें…
Read More(१) धूप चाहते हो घर में तो हँसो-हँसाओ, मग्न रहो, हरदम ज्ञानी बने रहे यदि…
Read More(१) न तो सोचता है भविष्य पर, न तो भूत का धरता ध्यान, केवल वर्तमान…
Read Moreऊपर सुनील अम्बर, नीचे सागर अथाह, है स्नेह और कविता, दोनों की एक राह। ऊपर…
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