ज्ञान
ज्ञान अर्जित कर हमें फिर प्राप्त क्या होता? सिर्फ इतनी बात, हम सब मूर्ख हैं।
Read Moreअल्पसंख्यकों के आँसू यदि पुछे नहीं, वृथा देश में तो कायम सरकार है। बहुमत को…
Read Moreशिक्षा जहाँ अबंध, मुक्त है, उन देशों के लोगों को साथ लगा ले जो चाहे,…
Read Moreगरज-तरज कर कहा एक वक्ता ने उस दिन “बुनियादी तालीम त्यागियों की शिक्षा है।” मैं…
Read Moreक्रान्तिकारी मैं जवानी भर न हो पाया, सिर्फ इस भय से, कहीं मैं भी बुढ़ापे…
Read Moreतेरा वास गगन-मंडल पर, मेरा वास भुवन में, तू विरक्त, मैं निरत विश्व में, तू…
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