एक सवाल
आओ, पूछें एक सवाल! मेरे सिर में कितने बाल? कितने आसमान में तारे? बतलाओ या…
Read Moreनानी का कम्बल है आला, देख उसे क्यों डरे न पाला। ओढ़ बैठती है जब…
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Read Moreकितनी बड़ी दीखती होंगी मक्खी को चीजें छोटी, सागर-सा प्याला भर जल, पर्वत-सी एक कौर…
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Read Moreजेठ हो कि हो पूस, हमारे कृषकों को आराम नहीं है छूटे कभी संग बैलों…
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