भैया कृष्ण!
भैया कृष्ण! भेजती हूँ मैं राखी अपनी, यह लो आज। कई बार जिसको भेजा है…
Read Moreभैया कृष्ण! भेजती हूँ मैं राखी अपनी, यह लो आज। कई बार जिसको भेजा है…
Read Moreकृष्ण-मंदिर में प्यारे बंधु पधारो निर्भयता के साथ। तुम्हारे मस्तक पर हो सदा कृष्ण का…
Read Moreयह मेरी गोदी की शोभा, सुख सोहाग की है लाली. शाही शान भिखारन की है,…
Read Moreडाल पर के मुरझाए फूल! हृदय में मत कर वृथा गुमान। नहीं है सुमन कुंज…
Read Moreबहुत दिनों तक हुई परीक्षा अब रूखा व्यवहार न हो। अजी, बोल तो लिया करो…
Read Moreमैं अछूत हूँ, मंदिर में आने का मुझको अधिकार नहीं है। किंतु देवता यह न…
Read Moreबिछा प्रतीक्षा-पथ पर चिंतित नयनों के मदु मुक्ता-जाल। उनमें जाने कितनी ही अभिलाषाओं के पल्लव…
Read Moreप्रथम जब उनके दर्शन हुए, हठीली आँखें अड़ ही गईं। बिना परिचय के एकाएक हृदय…
Read Moreअभी अभी थी धूप, बरसने लगा कहाँ से यह पानी किसने फोड़ घड़े बादल के…
Read More