कहो जी मोहन कहाँ से आयो हमें सबेरे जगा रहे हो।
कहो जी मोहन कहाँ से आयो हमें सबेरे जगा रहे हो। सवत के संग में…
Read Moreकहो जी मोहन कहाँ से आयो हमें सबेरे जगा रहे हो। सवत के संग में…
Read Moreसावन का क्या बहार है जब यार ही नहीं। मवसम में लगी आग मददगार ही…
Read Moreतुम तो पिया सुरलोक चले मेरी नइया खेवइया तो कोई नहीं। लंका में डंका बजी…
Read Moreरात भर झगड़े में उनसे गुफ्तगूँ होता रहा, भोर जब हो गए तो सारा गिला…
Read Moreहे दीन दयाल कृपालहरी नैया भवपार लगा देना। मंझधार-निहार अधार नहीं बिगड़ी को मेरी तू…
Read Moreसदा जमाना रहा है किसका सदा जवानी रही है किसकी। बन-बन के सब बिगड़ गए…
Read Moreगंग किनार ठाढ़ रघुनन्दन केवट-केवट बुला रहे हैं। चरण धोई चरनोदक लेंगे जनम-जनम के पाप…
Read Moreसुना था हमने मुनियों से इहाँ पर राम का आना। हमोर देश के किस्मत में…
Read Moreसहते-सहते यारे सद्मा दिल में अरमां सो गया। मलते-मलते अब कलेजे दर्द पैदा हो गया।…
Read Moreतजा है प्राण दशरथ ने जुदाई हो तो ऐसा हो। भरत भी राजतज दीनो सचाई…
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