मैं नहीं, लेकिन मेरा अफ़साना उनके दिल में है।
मैं नहीं, लेकिन मेरा अफ़साना उनके दिल में है। जानता हूँ मैं कि किस रग…
Read Moreमैं नहीं, लेकिन मेरा अफ़साना उनके दिल में है। जानता हूँ मैं कि किस रग…
Read Moreज़मानेवालों को पहचानने दिया न कभी। बदल-बदल के लिबास अपने इनक़लाब आया॥ सिवाय यास न…
Read Moreज़ोम न कीजो शम्अ-रू बज़्म के सोज़-ओ-सज़ा पर रखियो नज़र बाज-ए-नाज़-ख़ातिर-ए-पीर-ए-नाज़ पर ज़ेब नहीं है…
Read Moreउड़ा सकता नहीं कोई मिरे अंदाज़-ए-शेवन को ब-मुश्किल कुछ सिखाया है नवा-संजान-ए-गुलशन को गरेबाँ चाक…
Read Moreवफ़ा का बंदा हूँ उल्फ़त का पासदार हूँ मैं हरीफ़-ए-क़ुमरी-ओ-परवाना-ए-हज़ार हूँ मैं जुदा जुदा नज़र…
Read Moreसुना भी कभी माजरा दर्द-ओ-ग़म का किसी दिलजले की ज़बानी कहो तो निकल आएँ आँसू…
Read Moreमोहब्बत में जीना नई बात है न मरना भी मर कर करामात है मैं रूस्वा-ए-उल्फ़त…
Read Moreमिरे ग़ैरों से मुझ को रंज-ओ-ग़म यूँ भी है और यूँ भी वफ़ा-दुश्मन जफ़ा-जू का…
Read Moreख़िज़ाँ का जो गुलशन से पड़ जाए पाला तो सेहन-ए-चमन में न गुल हो न…
Read Moreहज़ारों इश्क़-ए-जुनूँ-ख़ेज़ के बने क़िस्से वरक़ हुए जो परेशाँ मिरे फ़साने के हैं ए‘तिबार से…
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