दुआरे ठाढ़े ब्रह्मा किंवारे ठाढ़े महादेव
दुआरे ठाढ़े ब्रह्मा किंवारे ठाढ़े महादेव झाँकत सभ देव आज खिड़की ओ भंवारी में। कोठे…
Read Moreदुआरे ठाढ़े ब्रह्मा किंवारे ठाढ़े महादेव झाँकत सभ देव आज खिड़की ओ भंवारी में। कोठे…
Read Moreलीजिए कटोरा अमखोरा वो गिलास खूब उगलदान पानदान छीपी भी हजारी है। गगरा परात लोटा…
Read Moreहम तो हैं बनिया जीव राखत हैं धनिया भर लवंग सोपारी जीरा भरे हैं दूकान…
Read Moreशाला है दोशाला चित्रशाला बहु भांतिन के शाल ओ रूमाल ऊनेदार बने काम है। धूसा…
Read Moreसलमा सितारे के किनारे हैं हमारे प्यारे चादर रूमाल देखि मोहित होई जावोगें। घास लेट…
Read Moreगँहकी हैं खास खास आवत है मेरे पास नगदी ओ उधार सभको देती हूँ जुबान…
Read Moreसुंदर आलमारी जामें सीसे की किवारी देख लीजिए निहारी खूब पान की बहारी है। अतर…
Read Moreकाहे को विधाता अइसन सुन्दर सरूप दीन्हों सरस चतुराई निपुनाई छवि छाई है। नाहक विलास…
Read Moreकुटिल कुचाली माता निठुर पिता भी याके ऐसो सुत जाके ता के बन में पेठाई…
Read Moreखेत खरिहानी जाली हाली-हाली खाली लेके खुरूपी कुदारी झूर कोरेली डँरार के। झगड़ेली राहे बाटे…
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