कृष्ण बँसुरिया वाले तुम पर लाखों परनाम।
हे कृष्ण बँसुरिया वाले तुम पर लाखों परनाम। मोर मुकुट मकरा कृत कुंडल चमके भानु…
Read Moreहे कृष्ण बँसुरिया वाले तुम पर लाखों परनाम। मोर मुकुट मकरा कृत कुंडल चमके भानु…
Read Moreमोरा भोला अड़भंगी कहाँ विलमे। भंग धतूर कपूर चढ़इहों आन बसो तू हमारे दिल में।…
Read Moreसभी दिन होत न एक समान। एक दिन राम लखन दूल्हा बने जानत सकल जहान।…
Read Moreमोह माया जाल में फँस के भये न्यारे आप, सकुची रहे हो अब तू सूरत…
Read Moreतारिहों न राम जो पे राम की अदालत में भक्तिन वकील राखी बहस करवाऊँगा। देवोगे…
Read Moreअबहूँ जो दरसन न देवोगे बिहारी लाल, तो जाय रामा मातु पास बिनती सुनाऊँगा। तिन्हीं…
Read Moreमारा मारा कहि के (क) मारा मरा कहि के बाल्मीकि मुनी तरन भये, हम तो…
Read Moreतीन मुट्ठी चावल लेकर सुदामा को तारे, चंदन लगवाया तो कुब्जा को सुधारा था। बिदुर…
Read Moreमोरा घरे अइलें पहुनवाँ हो दशरथ के लाल। पलकन से पग झारूँ हो दशरथ के…
Read Moreसेबरी दुसाधिन बइठी करेली सगुनवाँ मोरा घरे। अइहें रामजी पहूनवाँ, मोरा घरे। जटा से बहारी…
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