मिथिला सहरिया के पतरी तिरियवा हाय रे सँवरिया लाल।
मिथिला सहरिया के पतरी तिरियवा हाय रे सँवरिया लाल। राखेली नयनवाँ में लोभाय हाय रे…
Read Moreमिथिला सहरिया के पतरी तिरियवा हाय रे सँवरिया लाल। राखेली नयनवाँ में लोभाय हाय रे…
Read Moreमँड़वा में अइलें राम जी इहों चारो भइया हाय रे सँवरियो लाल। अंगना भइलें उजियार…
Read Moreएसो के सवनवाँ जोबनवाँ रहि-रहि उमकेला घटा गरजेला घन घोर देवरा जोगिया कारे-कारे बदरा हरि…
Read Moreघूमि-फिरी अइलों रामा अंगना बहरलों से जिया माने ना। बिना देखे रे सजनवाँ से जिया…
Read Moreचकुनी जे हथिया पर बइठे राजा दशरथ हे। मुँहे खालें पानवाँ निहारे ले बरतिया हे।…
Read Moreमोरा राम दुनू भइया राम से बनवाँ गइलें ना अवध नगरिया के निपटे बिसरलें से…
Read Moreहम त सुनीले सखी राम जी पहुनवाँ से बिहनवें सबेरे चलि जइहें हो लाल। नीको…
Read Moreमोरा राम जी पहुनवाँ के घुंघुर वाली बाल। अँखिया रसीली इनक र गोरे-गोरे, गाल। दूलहा…
Read Moreजेंवहीं बइठेलें राम चारो भइया से सखी सभे पारेली गारी हो लाल। सोने के थारी…
Read Moreतोहरो सूरत देखि हम मुरूछइलीं से एक टक लागेला नयनवाँ से लाल। कइसन देस कइसन…
Read More